plot ki registry kaise check kare

Plot Ki Registry Kaise Check Kare: पूरी जानकारी और प्रक्रिया

प्लॉट खरीदने या बेचने की प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण कदम उसकी रजिस्ट्री को चेक करना है। रजिस्ट्री चेक करने से यह सुनिश्चित होता है कि संपत्ति कानूनी रूप से सही है और किसी भी विवाद से मुक्त है। अब सरकार ने इस प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बना दिया है। आप घर बैठे अपनी प्लॉट रजिस्ट्री ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इस लेख में, हम आपको विस्तार से बताएंगे कि “Plot Ki Registry Kaise Check Kare और इससे जुड़ी हर जरूरी जानकारी।


Plot Ki Registry Kaise Check Kare की आवश्यकता क्यों है?

कई बार जमीन की खरीद-फरोख्त में धोखाधड़ी के मामले सामने आते हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्री चेक करने की सुविधा इन समस्याओं से बचने में मदद करती है। इसके मुख्य फायदे निम्नलिखित हैं:

  1. संपत्ति की सत्यता सुनिश्चित करना: यह जानने के लिए कि जमीन के असली मालिक कौन हैं।
  2. धोखाधड़ी से बचाव: यह चेक करना कि प्लॉट पर कोई कानूनी विवाद तो नहीं है।
  3. लेन-देन में पारदर्शिता: रजिस्ट्री में दर्ज सभी विवरण देखने की सुविधा।
  4. समय और पैसा बचाना: राजस्व कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं।

Plot Ki Registry Kaise Check Kare: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

स्टेप 1: अपनी राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं

संपत्ति रजिस्ट्रेशन चेक करने के लिए अपने राज्य के स्टांप और रजिस्ट्रेशन विभाग की वेबसाइट खोलें।

  • अपने राज्य के लिए संबंधित राजस्व विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
  • अपने राज्य की वेबसाइट पर जाए. निचे हर राज्य की वेबसाइट का लिंक दिया गया है|

स्टेप 2: ‘संपत्ति खोजें’ विकल्प पर क्लिक करें

वेबसाइट के होमपेज पर “संपत्ति खोजें” (Property Search) या “रजिस्ट्री देखें” का विकल्प चुनें।

स्टेप 3: क्षेत्र का चयन करें

  • ग्रामीण या शहरी: विकल्प चुनें कि आपकी संपत्ति ग्रामीण (Rural) क्षेत्र में है या शहरी (Urban) क्षेत्र में।
  • अपने जिले (District), तहसील (Tehsil), और गांव/मोहल्ला (Village/Locality) का नाम दर्ज करें।

स्टेप 4: खसरा या गाटा नंबर दर्ज करें

प्लॉट का खसरा नंबर, गाटा नंबर या पंजीकरण संख्या भरें। यह जानकारी आपकी रजिस्ट्री के दस्तावेजों में दी होती है।

स्टेप 5: कैप्चा कोड भरें और सबमिट करें

सुरक्षा कारणों से स्क्रीन पर दिख रहे कैप्चा कोड को भरें और “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।

स्टेप 6: संपत्ति की जानकारी देखें

सबमिट करने के बाद स्क्रीन पर प्लॉट की पूरी जानकारी आ जाएगी। इसमें निम्नलिखित विवरण शामिल होंगे:

  • जमीन का मालिक कौन है।
  • रजिस्ट्रेशन की तारीख।
  • संपत्ति का क्षेत्रफल।
  • विक्रेता और खरीदार का विवरण।
  • स्टांप शुल्क और अन्य शुल्कों की जानकारी।

स्टेप 7: संपत्ति का विवरण सेव करें या प्रिंट करें

आप इस जानकारी को सेव कर सकते हैं या भविष्य में उपयोग के लिए प्रिंट निकाल सकते हैं।


Plot Ki Registry Kaise Check Kare के लिए जरूरी दस्तावेज

ऑनलाइन रजिस्ट्री चेक करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है:

  1. रजिस्ट्री की कॉपी।
  2. खसरा/गाटा नंबर।
  3. आधार कार्ड।
  4. पहचान पत्र जैसे वोटर आईडी या पैन कार्ड।
  5. संपत्ति का विवरण (जिला, तहसील, गांव का नाम)।

Plot Ki Registry Kaise Check Kare ऑनलाइन रजिस्ट्री चेक करने के फायदे

ऑनलाइन प्रक्रिया ने जमीन से संबंधित जानकारी को पारदर्शी और सुलभ बना दिया है। इसके कुछ प्रमुख फायदे हैं:

  1. समय की बचत: अब राजस्व कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है।
  2. पारदर्शिता: संपत्ति की कानूनी स्थिति स्पष्ट रूप से दिखती है।
  3. धोखाधड़ी से बचाव: नकली दस्तावेजों और फर्जी सौदों की पहचान हो जाती है।
  4. सुलभता: यह सेवा मोबाइल और कंप्यूटर दोनों के जरिए उपलब्ध है।
  5. 24/7 उपलब्धता: आप किसी भी समय और कहीं से भी यह जानकारी देख सकते हैं।

विभिन्न राज्यों में ऑनलाइन Plot Ki Registry Kaise Check Kare

प्रत्येक राज्य ने अपने नागरिकों की सुविधा के लिए एक पोर्टल बनाया है। यहां कुछ प्रमुख राज्यों की वेबसाइट्स दी गई हैं:

राज्य का नामऑनलाइन रजिस्ट्री देखें
Andhra Pradesh (आंध्र प्रदेश)यहाँ क्लिक करें
Assam (असम)यहाँ क्लिक करें
Arunachal Pradesh (अरुणाचल प्रदेश)यहाँ क्लिक करें
Bihar (बिहार)यहाँ क्लिक करें
Chhattisgarh (छत्तीसगढ़)यहाँ क्लिक करें
Delhi (दिल्ली)यहाँ क्लिक करें
Gujarat (गुजरात)यहाँ क्लिक करें
Goa (गोवा)यहाँ क्लिक करें
Haryana (हरियाणा)यहाँ क्लिक करें
Himachal Pradesh (हिमाचल प्रदेश)यहाँ क्लिक करें
Jharkhand (झारखंड)यहाँ क्लिक करें
Kerla (केरल)यहाँ क्लिक करें
Karnataka (कर्नाटक)यहाँ क्लिक करें
Maharashtra (महाराष्ट्र)यहाँ क्लिक करें
Madhya Pradesh (मध्य प्रदेश)यहाँ क्लिक करें
Manipur (मणिपुर)यहाँ क्लिक करें
Meghalaya (मेघालय)यहाँ क्लिक करें
Mizoram (मिजोरम)यहाँ क्लिक करें
Nagaland (नागालैंड)यहाँ क्लिक करें
Odisha (उड़ीसा)यहाँ क्लिक करें
Punjab (पंजाब)यहाँ क्लिक करें
Rajasthan (राजस्थान)यहाँ क्लिक करें
Sikkim (सिक्किम)यहाँ क्लिक करें
Tamil Nadu (तमिल नाडू)यहाँ क्लिक करें
Telangana (तेलंगाना)यहाँ क्लिक करें
Tripura (त्रिपुरा)यहाँ क्लिक करें
Uttar Pradesh (उत्तर प्रदेश)यहाँ क्लिक करें
Uttrakhand (उत्तराखंड)यहाँ क्लिक करें
West Bengal (पश्चिम बंगाल)यहाँ क्लिक करें

रजिस्ट्री चेक करने में समस्या होने पर क्या करें?

अगर आपको ऑनलाइन रजिस्ट्री चेक करने में कोई समस्या आती है, तो आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:

  1. राजस्व विभाग से संपर्क करें: अपने जिले के राजस्व कार्यालय में जाएं।
  2. हेल्पलाइन का उपयोग करें: राजस्व विभाग की हेल्पलाइन से मदद लें।
  3. ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें: कुछ राज्यों में पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने की सुविधा है।
  4. सीएससी सेंटर जाएं: यदि आप तकनीकी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर मदद ले सकते हैं।

निष्कर्ष

“Plot Ki Registry Kaise Check Kare” यह जानना आज के समय में बहुत जरूरी हो गया है। ऑनलाइन प्रक्रिया ने इस काम को सरल और पारदर्शी बना दिया है। सही दस्तावेज और जानकारी के साथ, आप अपनी संपत्ति की कानूनी स्थिति को आसानी से चेक कर सकते हैं। यह कदम आपको धोखाधड़ी से बचाने और संपत्ति खरीदने में आत्मविश्वास प्रदान करने में मदद करेगा।

ऑनलाइन बैनामा कैसे देखें?

आप ऑनलाइन बैनामा अपने राज्य के लिए संबंधित राजस्व विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। उपर्युक्त दिए गए स्टेप्स का पालन करके आप आसानी से बैनामा की कॉपी डाउनलोड कर सकते हैं।

जमीन की कीमत कैसे पता करें?

जमीन की कीमत सर्कल रेट के आधार पर निर्धारित की जाती है, हालांकि सर्कल रेट और वर्तमान बाजार मूल्य में अंतर हो सकता है। इस अंतर को जानने के लिए आपको बाजार में जाकर जानकारी प्राप्त करनी होगी।

जमीन रजिस्ट्री के कितने दिन बाद दाखिल-खारिज होता है?

यदि रजिस्ट्री में कोई आपत्ति नहीं है, तो 45 दिनों के भीतर दाखिल-खारिज हो जाता है। यदि कोई आपत्ति होती है, तो यह प्रक्रिया 90 दिनों के भीतर पूरी होती है।

फर्जी रजिस्ट्री कैसे होती है?

पहले फर्जी रजिस्ट्री के मामले सामान्य थे, जहां एक ही प्लॉट की कई रजिस्ट्री हो जाती थी। लेकिन अब सरकारी ऑनलाइन प्रणाली की वजह से फर्जी रजिस्ट्री संभव नहीं है, क्योंकि यह पूरी तरह से सुरक्षित और सत्यापन योग्य है।

रजिस्ट्री कराने में कितना खर्च आता है?

रजिस्ट्री कराने में वकील की फीस 3500 से ₹5000 तक होती है। इसके अलावा, 10 लाख तक की रजिस्ट्री पर 6% और 10 लाख से अधिक की रजिस्ट्री पर 7% स्टांप ड्यूटी लगती है। रजिस्ट्रेशन फीस भी प्लॉट की कीमत के आधार पर अलग-अलग होती है।

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